Saturday, May 24, 2014

Jai Hind

पढ़े - लिखे लोग बोलते हैं , देश में कानून है | कौन सा कानून है भारतीय शासन अधिनियम 1935 के काफी कानून जो अंग्रेजों ने अपने सुविधा के लिए बनाया था , आज भी सिटी बजा कर चल रहे हैं | पुलिस एक्ट और जुडिशल एक्ट जो अंग्रेजों ने बनाया था , वही आज तक चल रहे हैं , जबकि अंग्रेजों ने अपने देश में कभी इन कानूनों को नहीं अपनाया | कानून ऐसा हो, जिससे भ्रष्टाचारियों की रूह कांपें , अपराधी , बलात्कारी संसद के अन्दर न पहुंचे | देश के आम लोगों को न्याय मिले , अगर कानून सही है तो देश में तथाकथित भ्रष्टाचारी सुरेश कलमाडी, राजा , लालू , केनिमोड़ी, येद्दुरप्पा , श्रीरामलू का क्या हुआ ?? सभी जमानत पर बाहर घूम रहे हैं , जबकि चीन में एक रेलमंत्री ने भ्रष्टाचार किया और उसे फांसी की सजा हो गयी | हम तो विरोध करेंगे , जिनको चादर तान कर सोना है , सोयें और बोलें- देश में कानून अपना काम कर रहा है | भगत सिंह की शहादत बेकार नहीं जाएगी |

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