Saturday, May 24, 2014

कट्टर हिन्दू

हिन्दू अगर कट्टर होता है तोवो अपने धरम की रक्षा केलिए ना की किसी दुसरे धरम के लोगो की हत्या या उनके धरम पर हमला करने के लिए |इतिहासगवाह है हिन्दू चाहे कितना भी कट्टर हुआ हो उसने किसी को बेवजह नुकसान नहीं पहुँचाया पर उसने हमेशा अपने धारण की रक्षा के लिए सश्त्र जरुर उठाये है और मै समझता हु इसमें कोई बुराई नहीं है |इस्लाम कहता है अगरतुम इस्लाम को नहीं मानते तोतुमकाफीर हो तुमको जीने का कोई हक नहीं है जबकि मेरा सनातन धरम कहता है सब धरम एक है | लेकिन जब मेरे उसी सनातन धरमपर कोई प्रहार करे तो क्या मेरा कर्तव्य नहीं बनता की मै उसकी रक्षा करू|जिस गौ को मै माता मानता हु उसकी हत्या का विरोध करना क्या मेरा कर्तव्य नहीं है मै एक बात साफ़ कर देना चाहूँगा कीमै ऐसे किसी धरम ऐसे किसी खुदा या अल्लाह को नहीं मान सकता जो यह कहता हो की उससे नहीं मानने वाला काफ़िर है |रही बात मेरे कट्टर होने की तो अगर हिन्दूअस्मिता की बात करना कट्टरता है तो मै कट्टर हु अगर हिन्दू हित की बात करना साम्प्रदायिकता हैतो मै सांप्रदायिक हूँ | अगरअपने भगवन राम में आस्था रखना साम्प्रदायिकता है तो मै सांप्रदायिक हूं | मै उन सभीकारणों के लिए कट्टर रहूँगा अपने धरम के प्रति जोमेरे सनातन धरम पर चोट करेंगे | कुछ सवालों के जवाबउन सब से जो मुझे भाईचारे का पाठ पढ़ाते है :01.जब ओवैसी भाई हमारे आस्था के प्रतीक भाग्यलक्ष्मी मंदिर को खुलेआम तोड़ने की बात करते है तो सब चुप क्यों रहते है ? और जब हम अपने आराध्य श्री राम का मंदिर उनकी जन्मभूमि अयोध्या में बनाने की बात करते है तो सांप्रदायिक क्यों हो जाते है? !!!! मै पूछना चाहता हूँ कथित भाईचारे के ठेकेदारों से की हम श्री राम का मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या मक्का मदीना में बनाए ?02. हमपर सवाल उठाने वाले कभी उनपर सवाल क्यों नहीं उठाते जोमाँ भारती को डायन कहते हैऔर वन्देमातरम का अपमान करते है ?03.तिरंगे को जलाने वालो पे क्यों खामोश रहते हैये सब?04.कहाँ मर जाते है सब जब हम कश्मीरी पंडितो की बात करते है ?05.गोधरा पर छाती पीटने वालेक्यों कभी असम की बात नहीं करते है ?06. मुसलमानों के लिए देश में अल्पसंख्यक के नाम पर विशेष कानून बन जाते है जबकिहिन्दू कभी अपने लिए विशेष कानून बनाने को नहीं कहता हैबल्कि वो तो समान नागरिक कानून की बात करता है तो सब क्यों चुप रहते है क्यों उसेखा जाने वाली नजरो से देखा जाता है जैसे उसने कोई गुनाहकर दिया हो ?07. हज़यात्रा का हमने कभी विरोध नहीं किया न कभी हज़ पर दी जाने वाली सब्सिडी का विरोध किया लेकिन अमरनाथ यात्रा पर की बात करने वाले फिर भी धर्मनिरपेक्ष और हम सम्प्रदियिक क्यों हो जाते है ?08. दुसरे देशो में मुस्लिमोके साथ कुछ भी होने पर भारत के मस्लिम भारत में क्यों तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शनकरते है ? जबकि यहाँके हिन्दुओ के साथ कुछ भी होने पर चुप रहते है!!!!!!09.साम्प्रदायिकता निवारण बिल के नाम पर क्यों सिर्फ हिन्दू विरोधी कानून बनाये जाते है ?10.हिन्दू सांप्रदायिक क्यों जबकि भूतकाल से लेकर आजतक उसने किसी दंगे की शुरुआत नहीं की? क्या अपना बचाव करना साम्प्रदायिकता है???!!!!!!!!11.
हिन्दू सदैव कहता है राष्ट्र सर्वोपरी जबकि मुसलमान के लिए इस्लाम सर्वोपरी है फिर भी मुस्लिम राष्ट्रभक्त कैसे ??मै जानता हूँ किसी सेकुलर केपास कोई जवाब नहीं होगा अगर होगा भी तो ये कहेगा की सारे मुस्लिम ऐसे नहीं है ? तो फिरमेरा ये भी सवाल है की फिर सारे मुस्लिम कैसे है ? शाही इमाम जैसे , जाकिर नाइक जैसे, आज़म खान जैसे , या फिर ओवैसी भाइयो जैसे जो इनका नेतर्त्व करते है !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!कुछ दिनों से मै देख रहा हूं की मै हिंदुत्व पर खतरे की बात वाला कोई भी पोस्ट करता हु तो कुछ लोगो को बड़ा बुरा लगता है की मै तो हिन्दू मुस्लिम की बात करता हू | मेरा उन सभी भाइयो दोस्तों , बहनों से विनम्र निवेदन है की वो अगर मेरे पोस्ट से सहमत नहीं हो तो मेरे पोस्ट को नज़रन्दाज कर दे या जरा भी बर्दास्त नहीं हो उनसे ऐसे पोस्ट तो मै उनसे कहना चाहूँगा की वो मुझे फ़ौरन अपनी मित्र सूचि से हटा दे और अगर मेरा पेज लाइक कर रखा हो तो उसे भी अन्लाइक कर दे |मुझे ऐसे लोगो की ऐसे दोस्तों की ऐसे भाइयो, ऐसी बहनों की कोई जरुरत नहीं है जो मेरे धरम पर कटाक्ष करने वालो का परोक्ष समर्थन करते हो झूठी धरमनिर्पेक्षता के नाम पर और हमें सांप्रदायिक समझते हो |

No comments:

Post a Comment