Monday, April 2, 2018

वैदिक गणित..........

वंदेमातरम् दोस्तों,
वैदिक गणित शोध संस्थान की ओर से समस्त देशवाशियों को ढेर सारा प्यार | इसी महीने में सभी बच्चों की परीक्षाएं पूरी हो जाएँगी | वैदिक गणित शोध संस्थान सभी के लिए ईश्वर से सुनहरे भविष्य की प्रार्थना करता है | प्रिय बच्चो जब तक आपका परीक्षा परिणाम आता है तब तक खाली रहने की अपेक्षा इस समय का सदुपयोग करें | ये समय अपनी क्षमता और प्रतिभा को निखारने का है | अक्सर हमने देखा और अनुभव किया है कि गणित विषय में बहुत से बच्चों को खूब सारी परेशानियाँ आती हैं | गणित विषय को बच्चे बहुत ही नीरस समझते हैं |
लेकिन यदि आपने वैदिक गणित के सूत्र सीख लिए तो गणित आपके लिए एक खेल जैसा हो जायेगा | आपको गणित के सवाल हल करने में इतना रस आने लगेगा कि आप गणित को मज़बूरी से नही बल्कि एक रोचक तरीके से पढने लगेंगे |
और मेरा सभी अभिभावकों से भी करबद्ध निवेदन है कि अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए आज ही वैदिक गणित शोध संस्थान की पुस्तकें मंगवाएं | 


वैदिक गणित की ये पुस्तकें 5वीं कक्षा के बच्चे (जो सामान्य जोड़-घटा करना जानता हो) से लेकर किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के किये और जो लोग अपनी गणना की स्पीड को 5 से 10 गुणा तक बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए सामान रूप से उपयोगी है |
पुस्तकें प्राप्त करने के लिए आपको 721 रूपये का सहयोग संस्थान को करना होगा |
721 रूपये में आपको
3 पुस्तकों का एक सेट मिलेगा |
डाक खर्च भी इसी में शामिल है |
और संस्थान की आजीवन सदस्यता |
तो दोस्तों यदि आपने अभी तक वैदिक गणित की पुस्तकें नही मंगवाई हैं तो जल्दी 9467657761 पर कॉल करें या वैदिक गणित or Vaidik Ganit लिखकर इसी नम्बर पर Whatsaap करें |
निवेदक
आचार्य दीपक शर्मा
शोधकर्ता वैदिक गणित
संस्थापक व अध्यक्ष
वैदिक गणित शोध संस्थान
जींद, हरियाणा
सम्पर्क सूत्र : 9467657761 (call and whatsaap)
visit our website: www.vaidikganit.in

गौ हत्या पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया एतिहासिक निर्णय !

गाय काटने से कितना लाभ ?? और गाय बचाने से कितना ?? तो सुप्रीम कोर्ट के मुक़द्दमे मे कसाईयो द्वारा गाय काटने के लिए वही सारे कुतर्क रखे गए जो कभी शरद पवार द्वारा बोले गए या इस देश के ज्यादा पढ़ें लिखे लोगो द्वारा बोले जाते है या देश के पहले प्रधान मंत्री नेहरू द्वारा कहे गए ! कसाईयो ने चार कुतर्क दिए
1) गाय जब बूढ़ी हो जाती है तो बचाने मे कोई लाभ नहीं उसे कत्ल करके बेचना ही बढ़िया है ! और हम भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत बना रहे हैं क्यूंकि गाय का मांस export कर रहे हैं !!
2) भारत मे गाय के चारे की कमी है ! भूखी मरे इससे अच्छा ये है हम उसका कत्ल करके बेचें !
3) भारत मे लोगो को रहने के लिए जमीन नहीं है गाय को कहाँ रखें ?
4) इससे विदेशी मुद्रा मिलती है !
और सबसे खतरनाक कुतर्क जो कसाइयों की तरफ से दिया गया कि गाय की ह्त्या करना हमारे धर्म इस्लाम मे लिखा हुआ है की हम गायों की ह्त्या करें !! (this is our religious right ) ! कसाई लोग कौन है आप जानते है ??मुसलमानो मे एक कुरेशी समाज है जो सबसे ज्यादा जानवरों की ह्त्या करता है ! उनकी तरफ से ये कुतर्क आयें !
राजीव भाई की तरफ से बिना क्रोध प्रकट किए बहुत ही धैर्य से इन सब कुतर्को का तर्कपूर्वक जवाब दिया ! उनका पहला कुतर्क गाय का मांस बेचते हैं तो आमदनी होती है देशो को ! तो राजीव भाई ने सारे आंकड़े सुप्रीम कोर्ट मे रखे कि एक गाय को जब काट देते हैं तो उसके शरीर मे से कितना मांस निकलता है ??? कितना खून निकलता है ?? कितनी हड्डियाँ निकलती हैं ??
एक स्वस्थ गाय का वजन 3 से साढ़े तीन क्वींटल होता है उसे जब काटे तो उसमे से मात्र 70 किलो मांस निकलता है एक किलो गाय का मांस जब भारत से export होता है तो उसकी कीमत है लगभग 50 रुपए ! तो 70 किलो का 50 से गुना को ! 70 x 50 = 3500 रुपए !
खून जो निकलता है वो लगभग 25 लीटर होता है ! जिससे कुल कमाई 1500 से 2000 रुपए होती है !
फिर हड्डियाँ निकलती है वो भी 30-35 किलो हैं ! जो 1000 -1200 के लगभग बिक जाती है !!
तो कुल मिलकर एक गाय का जब कत्ल करे और मांस ,हड्डियाँ खून समेत बेचें तो सरकार को या कत्ल करने वाले कसाई को 7000 रुपए से ज्यादा नहीं मिलता !!
आप इस पोस्ट को विडियो में भी देख सकते है >>>
फिर राजीव भाई द्वारा कोर्ट के सामने उल्टी बात रखी गई यही गाय को कत्ल न करे तो क्या मिलता है ??? हमने कत्ल किया तो 7000 मिलेगा और अगर इसको जिंदा रखे तो कितना मिलेगा ??
तो उसका calculation ये है !!
एक स्वस्थ गाय एक दिन मे 10 किलो गोबर देती है और ढाई से 3 लीटर मूत्र देती है ! गाय के एक किलो गोबर से 33 किलो fertilizer (खाद ) बनती है !जिसे organic खाद कहते हैं तो कोर्ट के जज ने कहा how it is possible ??
राजीव भाई द्वारा कहा गया आप हमे समय दीजिये और स्थान दीजिये हम आपको यही सिद्ध करके बताते हैं ! तो कोर्ट ने आज्ञा दी तो राजीव भाई ने उनको पूरा करके दिखाया !! और कोर्ट से कहा की आई. आर. सी. के वैज्ञानिक को बुला लो और टेस्ट करा लो !!! तो गाय का गोबर कोर्ट ने भेजा टेस्ट करने के लिए ! तो वैज्ञानिको ने कहा की इसमें 18 micronutrients (पोषक तत्व )है !जो सभी खेत की मिट्टी को चाहिए जैसे मैगनीज है ! फोस्फोरस है ! पोटाशियम है, कैल्शियम,आयरन,कोबाल्ट, सिलिकोन ,आदि आदि | रासायनिक खाद मे मुश्किल से तीन होते हैं ! तो गाय का खाद रासायनिक खाद से 10 गुना ज्यादा ताकतवर है !तो कोर्ट ने माना !!
राजीव भाई ने कहा अगर आपके र्पोटोकोल के खिलाफ न जाता हो तो आप चलिये हमारे साथ और देखे कहाँ – कहाँ हम 1 किलो गोबर से 33 किलो खाद बना रहे हैं राजीव भाई ने कहा मेरे अपने गाँव मे मैं बनाता हूँ ! मेरे माता पिता दोनों किसान है पिछले 15 साल से हम गाय के गोबर से ही खेती करते हैं !
तो 1 किलो गोबर है तो 33 किलो खाद बनता है ! और 1 किलो खाद का जो अंराष्ट्रीय बाजार मे भाव है वो 6 रुपए है !तो रोज 10 किलो गोबर से 330 किलो खाद बनेगी ! जिसे 6 रुपए किलो के हिसाब से बेचें तो 1800 से 2000 रुपए रोज का गाय के गोबर से मिलता है !
और गाय के गोबर देने मे कोई sunday नहीं होता weekly off नहीं होता ! हर दिन मिलता है ! तो साल मे कितना ??? 1800 का 365 मे गुना कर लो !
1800 x 365 = 657000 रुपए !साल का !
और गाय की समानय उम्र 20 साल है और वो जीवन के अंतिम दिन तक गोबर देती है !
तो 1800 गुना 365 गुना 20 कर लो आप !! 1 करोड़ से ऊपर तो मिल जाएगा केवल गोबर से !
और हजारो लाखों वर्ष पहले हमारे शास्त्रो मे लिखा है की गाय के गोबर मे लक्ष्मी जी का वास है !!
और मेकोले के मानस पुत्र जो आधुनिक शिक्षा से पढ़ कर निकले हैं जिनहे अपना धर्म ,संस्कृति – सभ्यता सब पाखंड ही लगता है !हमेशा इस बात का मज़ाक उड़ाते है ! कि हाहाहाःहाहा गाय के गोबर मे लक्ष्मी !
तो ये उन सबके मुंह पर तमाचा है ! क्यूंकि ये बात आज सिद्ध होती है की गाय के गोबर से खेती कर ,अनाज उत्पादन कर धन कमाया जा सकता है और पूरे भारत का पेट भरा जा सकता है !
पोस्ट को ऑडियो में सुनने के लिये नीचे क्लिक करके सुने >>
Audio Player
अब बात करते हैं मूत्र की रोज का 2 – सवा दो लीटर !! और इससे औषधियाँ बनती है
diabetes ,की औषधि बनती है !
arthritis,की औषधि बनती है
bronkitis, bronchial asthma, tuberculosis, osteomyelitis ऐसे करके 48 रोगो की औषधियाँ बनती है !! और गाय के एक लीटर मूत्र का बाजार मे दवा के रूप मे कीमत 500 रुपए है ! वो भी भारत के बाजार मे ! अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे तो इससे भी ज्यादा है !! आपको मालूम है ?? अमेरिका मे गौ मूत्र patent हैं ! और अमेरिका सरकार हर साल भारत से गाय का मूत्र import करती है और उससे कैंसर की medicine बनाते हैं !! diabetes की दवा बनाते हैं ! और अमेरिका मे गौ मूत्र पर एक दो नहीं तीन patent है ! अमेरिकन market के हिसाब से calculate करे तो 1200 से 1300 रुपए लीटर बैठता है एक लीटर मूत्र ! तो गाय के मूत्र से लगभग रोज की 3000 की आमदनी !!!
और एक साल का 3000 x 365 =1095000
और 20 साल का 300 x 365 x 20 = 21900000 !
इतना तो गाय के गोबर और मूत्र से हो गया !! एक साल का !
_______________________
और इसी गाय के गोबर से एक गैस निकलती है जिसे मैथेन कहते हैं और मैथेन वही गैस है जिससे आप अपने रसोई घर का सिलेंडर चला सकते हैं और जरूरत पड़ने पर गाड़ी भी चला सकते हैं 4 पहियो वाली गाड़ी भी !!
जैसे LPG गैस से गाड़ी चलती है वैसे मैथेन गैस से भी गाड़ी चलती है !तो न्यायधीश को विश्वास नहीं हुआ ! तो राजीव भाई ने कहा आप अगर आज्ञा दो तो आपकी कार मे मेथेन गैस का सिलेंडर लगवा देते हैं !! आप चला के देख लो ! उन्होने आज्ञा दी और राजीव भाई ने लगवा दिया ! और जज साहब ने 3 महीने गाड़ी चलाई ! और उन्होने कहा its excellent ! क्यूंकि खर्चा आता है मात्र 50 से 60 पैसे किलोमीटर और डीजल से आता है 4 रुपए किलो मीटर ! मेथेन गैस से गाड़ी चले तो धुआँ बिलकुल नहीं निकलता ! डीजल गैस से चले तो धुआँ ही धुआँ !! मेथेन से चलने वाली गाड़ी मे शोर बिलकुल नहीं होता ! और डीजल से चले तो इतना शोर होता है कान फट जाएँ !! तो ये सब जज साहब की समझ मे आया !!
तो फिर हमने कहा रोज का 10 किलो गोबर एकठ्ठा करे तो एक साल मे कितनी मेथेन गैस मिलती है ?? और 20 साल मे कितनी मिलेगी और भारत मे 17 करोड़ गाय है सबका गोबर एक साथ इकठ्ठा करे और उसका ही इस्तेमाल करे तो 1 लाख 32 हजार करोड़ की बचत इस देश को होती है ! बिना डीजल ,बिना पट्रोल के हम पूरा ट्रांसपोटेशन इससे चला सकते हैं ! अरब देशो से भीख मांगने की जरूरत नहीं और पट्रोल डीजल के लिए अमेरिका से डालर खरीदने की जरूरत नहीं !!अपना रुपया भी मजबूत !
तो इतने सारे calculation जब राजीव भाई ने बंब्बाड कर दी सुप्रीम कोर्ट पर तो जज ने मान लिया गाय की ह्त्या करने से ज्यादा उसको बचाना आर्थिक रूप से लाभकारी है !
_____________________________
जब कोर्ट की opinion आई तो ये मुस्लिम कसाई लोग भड़क गए उनको लगा कि अब केस उनके हाथ से गया क्यूंकि उन्होने कहा था कि गाय का कत्ल करो तो 7000 हजार कि इन्कम ! और इधर राजीव भाई ने सिद्ध कर दिया कत्ल ना करो तो लाखो करोड़ो की इन्कम !!और फिर उन्होने ने अपना trump card खेला !! उन्होने कहा की गाय का कत्ल करना हमारा धार्मिक अधिकार है (this is our religious right )
तो राजीव भाई ने कोर्ट मे कहा अगर ये इनका धार्मिक अधिकार है तो इतिहास मे पता करो कि किस – किस मुस्लिम राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का प्रयोग किया ?? तो कोर्ट ने कहा ठीक है एक कमीशन बैठाओ हिस्टोरीयन को बुलाओ और जीतने मुस्लिम राजा भारत मे हुए सबकी history निकालो दस्तावेज़ निकालो !और किस किस राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का पालन किया ?
तो पुराने दस्तावेज़ जब निकाले गए तो उससे पता चला कि भारत मे जितने भी मुस्लिम राजा हुए एक ने भी गाय का कत्ल नहीं किया ! इसके उल्टा कुछ राजाओ ने गायों के कत्ल के खिलाफ कानून बनाए ! उनमे से एक का नाम था बाबर ! बाबर ने अपनी पुस्तक बाबर नामा मे लिखवाया है कि मेरे मरने के बाद भी गाय के कत्ल का कानून जारी रहना चाहिए ! तो उसके पुत्र हुमायु ने भी उसका पालन किया और उसके बाद जितने मुगल राजा हुए सबने इस कानून का पालन किया including औरंगजेब !!
फिर दक्षिण भारत मे एक राजा था हेदर आली !टीपू सुल्तान का बाप !! उनसे एक कानून बनवाया था कि अगर कोई गाय की ह्त्या करेगा तो हैदर उसकी गर्दन काट देगा और हैदर अली ने ऐसे सैकड़ो कसाईयिओ की गर्दन काटी थी जिन्होने गाय को काटा था फिर हैदर अली का बेटा आया टीपू सुलतान तो उसने इस कानून को थोड़ा हल्का कर दिया तो उसने कानून बना दिया की हाथ काट देना ! तो टीपू सुलतान के समय में कोई भी अगर गाय काटता था तो उसका हाथ काट दिया जाता था |
तो ये जब दस्तावेज़ जब कोर्ट के सामने आए तो राजीव भाई ने जज साहब से कहा कि आप जरा बताइये अगर इस्लाम मे गाय को कत्ल करना धार्मिक अधिकार होता तो बाबर तो कट्टर ईस्लामी था 5 वक्त की नमाज पढ़ता था हमायु भी था औरंगजेब तो सबसे ज्यादा कट्टर था ! तो इनहोने क्यूँ नहीं गाय का कत्ल करवाया और क्यूँ ? गाय का कत्ल रोकने के लिए कानून बनवाए ??? क्यूँ हैदर अली ने कहा कि वो गाय का कत्ल करने वाले के हाथ काट देगा ??
तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा कि आप हमे आज्ञा दें तो हम ये कुरान शरीफ ,हदीस,आदि जितनी भी पुस्तके है हम ये कोर्ट मे पेश करते हैं और कहाँ लिखा है गाय का कत्ल करो ये जानना चाहतें है ! और आपको पता चलेगा कि इस्लाम की कोई भी धार्मिक पुस्तक मे नहीं लिखा है की गाय का कत्ल करो !
हदीस मे तो लिखा हुआ है कि गाय की रक्षा करो क्यूंकि वो तुम्हारी रक्षा करती है ! पैगंबर मुहमद साहब का statement है की गाय अमोल जानवर है इसलिए उस पर दया करो ! और एक जगह लिखा है गाय का कत्ल करोगे तो दोजत मे भी जमीन नहीं मिलेगी !मतलब जहनुम मे भी जमीन नहीं मिलेगी !!
तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा अगर कुरान ये कहती है मुहम्मद साहब ये कहते हैं हदीस ये कहती है तो फिर ये गाय का कत्ल कर धार्मिक अधिकार कब से हुआ ?? पूछो इन कसाईयो से ?? तो कसाई बोखला गए ! और राजीव भाई ने कहा अगर मक्का मदीना मे भी कोई किताब हो तो ले आओ उठा के !!
अंत कोर्ट ने उनको 1 महीने का पर्मिशन दिया की जाओ और दस्तावेज़ ढूंढ के लाओ जिसमे लिखा हो गाय का कत्ल करना इस्लाम का मूल अधिकार है ! हम मान लेंगे !! और एक महीने तक भी कोई दस्तावेज़ नहीं मिला !! कोर्ट ने कहा अब हम ज्यादा समय नहीं दे सकते ! और अंत 26 अक्तूबर 2005 judgement आ गया !! और आप चाहें तो judgement की copy पोस्ट के अंत में से डाउनलोड कर सकते है
ये 66 पन्ने का judgement है सुप्रीम कोर्ट ने एक इतिहास बना दिया और उन्होंने कहा की गाय को काटना सांविधानिक पाप है धार्मिक पाप है ! और सुप्रीम कोर्ट ने कहा गौ रक्षा करना,सर्वंधन करना देश के प्रत्येक नागरिक का सांविधानिक कर्त्तव्य है ! सरकार का तो है ही नागरिकों का भी सांविधानिक कर्तव्य है ! अब तक जो संविधानिक कर्तव्य थे जैसे , संविधान का पालन करना ,राष्ट्रीय ध्वज ,का सम्मान करना ,क्रांतिकारियों का सम्मान करना ,देश की एकता , अखंडता को बनाए रखना ! आदि आदि अब इसमे गौ की रक्षा करना भी जुड़ गया है !!
सुप्रीम कोर्ट ने कहा की भारत की 34 राज्यों की सरकार की जिमेदारी है की वो गाय का कतल आपने आपने राज्य में बंद कराये और किसी राज्य में गाय का कतल होता है तो उस राज्य के मुख्यमंत्री की जिमेदारी है राज्यपाल की जावबदारी,चीफ सेकेट्री की जिमेदारी है, वो अपना काम पूरा नहीं कर रहे है तो ये राज्यों के लिए सविधानिक जवाबदारी है और नागरिको के लिए सविधानिक कर्त्तव्य है !!
अब कानून दो शर्त पर बनाये जाते हैं एक जो केद्र सरकार बना सकती है और एक 35 राज्यों की राज्य सरकार बना सकती है अपने अपने राज्यों में !! अगर केंद्र सरकार ही बना दे !! तो किसी राज्य सरकार को बनाने की जरूरत नहीं ! केंद्र सरकार का कानून पूरे देश मे लागू होगा ! तो आप सब केंद्र सरकार पर दबाव बनाये !! जब तक केंद्र सरकार नहीं बनाती तब तक आप अपने अपने राज्य की सरकारों पर दबाव बनाये ! दबाव कैसे बनाना है ???
आपको हजारो ,लाखो की संख्या मे प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखना है और इतना ही कहना है की 26 अक्तूबर 2005 को जो सुप्रीम कोर्ट का judgment आया है उसे लागू करो !!
आप अपने -आस पड़ोस ,गली गाँव ,मुहल्ला ,शहर मे लोगो से बात करनी शुरू करे उनको गाय का महत्व समझाये !! देश के लिए गाय का आर्थिक योगदान बताएं ! और प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का निवेदन करें !
और अंत उस क्रांतिकारी मंगल पांडे ने इतिहास बना वो फांसी पर चढ़ गया लेकिन गाय की चर्बी के कारतूस उसने अपने मुंह से नहीं खोले ! और जिस अंग्रेज़ अधिकारी ने उसको मजबूर किया उसको मंगल पांडे ने गोली मर दी !! तो हमने कहा था कि हमारी तो आजादी का इतिहास शुरू होता है गौ रक्षा से !! इसलिए गाय की रक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी हमारी आजादी

बॉलीवुड ने भारत को इतना सब दिया हे

बॉलीवुड ने भारत को इतना सब दिया हे तभी
तो
आज देश यहाँ है
~~~~~
*1 बलात्कार गैंग रेप करने के तरीके
*2 शादी हो रही लड़की को मंडप से भगाना
*3 चोरी डकैती करने के तरीके धूम जेसी फ़िल्म
*4 भारत के संस्कारो का मजाक बनाना
*5 लड़कियो को छोटे अधनंगे कपडे पहने की सिख
देना और जानकारी देना नारी केवल भोग की
वस्तु है
*6 दारू सिगरेट चरस गांजा कैसे पिया और
लाया जाये
*7 गुंडागर्दी कर के हफ्ता वसूली करना
*8 भगवान का मज़ाक बनाना और अपमानित
करना
*9 भारतीयो को अंग्रेज की औलाद बनाना
*10 भारतीय संस्कृति को मूर्खता पूर्ण बताना
और
पश्चातीय संस्कृति को श्रेष्ठ बताना
*11 माँ बाप को वृध्धाश्रम छोड़ के आना
*12 गाय और भेंसो को मज़ाक बनाना और
कुत्तो को उनसे श्रेष्ठ बताना और पालना
सिखाना
*13 रोटी हरी सब्ज़ी खाना गलत बल्कि
रेस्टोरेंट में पिज़्ज़ा बर्गर कोल्ड्रिंक और नॉन वेज
खाना श्रेष्ठ है


*14 चोटी रखना मूर्खता और फनी है मगर बालो
के अजीबो गरीब स्टाइल (गजनी) रखना श्रेष्ठ है
उसे आप सभ्य लगते है
*15 शुद्ध हिन्दी या संस्कृत बोलना हास्य
वाली होती है मूर्खो की भाषा पर अंग्रेंजी
सर्वश्रेष्ठ भाषा है इसे आप ज्यदा समझदार और
पढ़े लिखे लगते है
*16 भगवान की आरती की जगह अश्लील गाने
गाना अच्छा है इतना सब कुछ 30 सालो में
बॉलीवुड ने भारत को दिया हे और अब ये सब
देख के और सीख के इतने बुद्धिजीवी हो गए है
क्या सही है और क्या गलत है इसमें भेद भी नहीं
कर पाते और बगैर सर पैर की फिल्में इस देश में 500
करोड़ कमा जाती है ।
इस देश का दुर्भाग्य देखिये बॉलीवुड के एक्टर,
एक्टर्स और क्रिकेटर के जन्मदिवस पर देश भर की
मिडिया और युवा पीढ़ी केक काटते है उन
लोगो को भारत के असली शूरवीरो ,वीर
वीरांगनाओ,ऋषि मुनियो,स्वामीवि
वेकानन्द,महाराणा प्रताप ,छत्रपति
शिवाजी,झाँसी की रानी,पृथ्वी राज
चौहान,
चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह के जन्म दिवस की
तारीख भी याद नहीं
भारतीय संस्कृति सभ्यता और संस्कारो का
पतन
करने में सबसे बड़ा योगदान बॉलीवुड का रहा है

आयुर्वेद के ग्रंथों के नाम.....

मित्रों ..
बहुधा आयुर्वेद प्रेमी सदस्य आयुर्वेद के ग्रंथों के नाम पूछते रहते हैं. आप सबकी सुविधा के लिए कुछ प्राचीन ग्रन्थों की सूची उपलब्ध करा रहा हूँ. कुछ ग्रन्थ तो मिलने दुर्लभ ही है कुछ ऐसे है जो बड़े पुस्तकालयों में ही उपलब्ध है. फिर भी ये सूची सुधी पाठकों के लिए उपयोगी रहेगी. ऐसा विश्वास है.

रसविद्या
• आनन्दकन्द
• भावप्रकाश -- भावमिश्र
• कैयदेवनिघण्टु
• मदनपालनिघण्टु
• रसहृदयतन्त्र -- गोविन्द भगवतपाद
• रसकामधेनु
• रसमञ्जरी -- शालिनाथ
• रसप्रकाशसुधाकर
• रसरत्नसमुच्चय -- वाग्भट
• रसरत्नाकर -- नागार्जुन
• रससंकेतकलिका
• रसाध्याय
• रसार्णव -- गोविन्दाचार्य
• रसेन्द्रचिन्तामणि -- सुधाकर रामचन्द्र
• रसेन्द्रचूड़ामणि -- सोमदेव
• राजनिघण्टु
• सार्ङ्गधरसंहिता -- सार्ङ्गधर
• अष्टांगहृदय -- वाग्भट
• अष्टांगसंग्रह -- वाग्भट
• रसेन्द्रमंगल -- नागार्जुन
• रसकौमुदी --
• रससार --
• रसप्रकाश -- यशोधर
• वृहत्त्रयी :
• चरकसंहिता --- चरक
• सुश्रुतसंहिता --- सुश्रुत
• अष्टांगहृदय --- वाग्भट
• लघुत्रयी :
• भावप्रकाश --- भाव मिश्र
• माधव निदान --- माधवकर
• भेलसंहिता -- भेलाचार्य
• अन्य:
अष्टांगसंग्रह (४०० ई)
शार्ङ्गधरसंहिता -- शार्ङ्गधर (१३०० ई)
कश्यपसंहिता (इसमें कौमारभृत्य (बालचिकित्सा) की विशेष रूप से चर्चा है।)
वंगसेनसंहिता (या चिकित्सासारसंग्रह)--- वंगसेन
निबन्धसंग्रह -- दल्हण (इसमें दल्हण के पूर्व के अनेक आयुर्वेदाचार्यों के मत संकत्लित हैं )
बोवर पाण्डुलिपि (Bower Manuscript)


आरोग्य कल्पद्रुम
• अर्क प्रकाशन
• आर्य भिशक
• अष्टांग हृदय
• अष्टांगसंग्रह
• आयुर्वेद कल्पद्रुम
• आयुर्वेद प्रकाश
• आयुर्वेद संग्रह
• भैषज्य रत्नावली
• भारत भैषज्य रत्नाकर
• भाव प्रकाश
• वृहत निघण्टु रत्नाकर
• चरक संहिता
• चरक दत्त
• गद निग्रह
• कुपि पक्व रसायन
• निघण्टु रत्नाकर
• रस चन्दांशु
• रस रज सुन्दर
• रसरत्न समुच्चय
• रसतन्त्रसार व सिद्धप्रयोगसंग्रह
• रसतरंगिणी
• रस योग रत्नाकर
• रस योग संग्रह
• रस प्रदीपिका
• रसेन्द्र सार संग्रह
• रस प्रदिपिका
• सहस्रयोग
• सर्वरोग चिकित्सा रत्न
• सर्वयोग चिकित्सा रत्न
• शार्ङ्गधर संहिता
• सिद्ध भैषज्यमणिमाला
• सिद्ध योग संग्रह
• सुश्रुत संहिता
• वैद्य चिंतामणि
• वैद्यक शब्द सिन्धु
• वैद्यक चिकित्सा सार
• वैद्य जीवन
• बसव रजीयं
• योग रत्नाकर
• योग तरंगिणी
• योग चिंतामणि
• कश्यप संहिता
• भेल संहिता
• विश्वनाथ चिकित्सा
• वृन्द चिकित्सा
• आयुर्वेद चिंतामणि
• आभिनव चिंतामणि
• आयुर्वेद रत्नाकर
• योगरत्न संग्रह
• रसामृत
• द्रव्यगुण निघण्टु
• रसमञ्जरी
• वंगसेनसंहिता
• आयुर्वेद सार संग्रह