Thursday, July 16, 2020

भारत में न्यू वर्ल्ड आर्डर की शुरुआत।

भारत में न्यू वर्ल्ड आर्डर की शुरुआत 2014 में ही हो गयी थी : Yogesh Mishra

मई 26, 2014 को डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व की सरकार के पतन के साथ ही भारत में “न्यू वर्ल्ड आर्डर” की शुरुआत नवम्बर 2014 में ही हो गयी थी ! इसके लिये कोई भी व्यक्ति दोषी नहीं है ! इस काल में कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री होता तो उसे इस व्यवस्था को लागू करना ही पड़ता !

इस न्यू वर्ल्ड आर्डर के कुछ चरण पूर्व निर्धारित हैं और यह सब एक साथ पूरी दुनियां में हो रहा है ! कुछ देश पहले चरण में हैं ! तो कुछ देश अंतिम चरण में ! लेकिन इस न्यू वर्ल्ड आर्डर के निर्देशों का पालन हर देश को करना ही पड़ेगा ! किन्तु अभी भी विश्व के मात्र 4 देश हैं ! जो न्यू वर्ल्ड आर्डर को नहीं मान रहे हैं ! वह जल्द ही विश्व के नक़्शे से मिट जायेंगे ! जिसमें से एक देश चीन भी है !

न्यू वर्ल्ड आर्डर के तहत चरण बध्य योजना :-

प्रथम चरण 
जनधन योजना के तहत हर व्यक्ति का एक बैंक खाता होना अनिवार्य है !
नोट बन्दी द्वारा घर में पड़े नोट को बैंक में जमा करवाना !
प्रत्येक नागरिक का एक अंतर्राष्ट्रीय विशेष पहचान पत्र आधार कार्ड जारी करना या उसका निर्माण करवाना !
आधार कार्ड को बैंक खातों से जोड़ना !

दूसरा चरण 
फिर कैश लैस सोसायटी निर्माण की प्रक्रिया का आरम्भ ! जिसमें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पेटीएम, गूगल पे आदि पध्यति अपनायी जायेगी !
फिर सभी भुगतान R.F.I.D. चिप द्वारा किया जायेगा !
फिर विश्व की एक मुद्रा की स्थापना होगी !

तीसरा चरण 
फिर आबादी घटाने के लिये नये-नये विषाणु छोड़े जायेंगे !
विश्व की कुल अवादी मात्र 50 करोड़ होगी !
नयी आबादी विकसित न हो इसलिये वैक्सीनेशन द्वारा अगली पीढ़ी रोक दी जायेगी !

चौथा चरण 
फिर बचे हुये लोगों के मस्तिष्क में एक चिप इंप्लांट किया जायेगा !
जिसके द्वारा आपको निर्देश दिये जायेंगे !
निर्देश न मानने पर रेडियेशन द्वारा आपका मस्तिष्क हेंग आउट कर दिया जायेगा या उसी चिप में छुपे जहर द्वारा आपको मार दिया जायेगा !

इस तरह न्यू वर्ल्ड ऑर्डर के साथ आपकी हर गतिविधि नैनो चिप के द्वारा विश्व सत्ता द्वारा नियंत्रित होगी ! आपका आहार-विहार-विचार सब कुछ उनके नियंत्रण में होगा ! आपका धन, आपकी संपत्ति, आपका ज्ञान, आपकी संतान सब कुछ विश्व सत्ता के नियंत्रण में होगा ! 

समाज में कृतिम भुखमरी, कृतिम अज्ञानता, कृतिम आभाव, कृतिम निर्धनता, कृतिम मुद्रा और सम्पत्ति का अवमूलन, निष्क्रिय न्याय व्यवस्था, कृतिम प्रशासनिक निष्क्रियता, जगह-जगह धर्म-जाति-क्षेत्र-भाषा के आधार पर कृतिम गृह युद्ध, कृतिम अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र, खाद्यानों पर टैक्स  आदि आदि !

विश्व सत्ता की इच्छा के बिना आप किसी भी तरह का कोई भी निर्णय नहीं ले सकेंगे ! यहां तक कि आप क्या खायेंगे, किस रंग का कपड़ा पहनेंगे, किससे मिलेंगे, किससे नहीं मिलेंगे, किस से क्या बात करेंगे, यह सारी बातें उस विश्व सत्ता के नियंत्रण में होंगी ! जो व्यक्ति इसका विरोध करेगा ! पहले तो उसके मस्तिष्क को हैंग आउट कर दिया जायेगा फिर दुबारा गलती करने पर उसकी हत्या कर दी जायेगा !

क्योंकि विश्व सत्ता को पूरी दुनिया चलाने के लिये मात्र 50 करोड़ लोगों की आवश्यकता है जबकि आज विश्व की आबादी 700 करोड़ से अधिक है ! ऐसी स्थिति में 650 करोड़ लोगों को इस धरती से विदा लेना होगा ! विश्व सत्ता को मात्र वही विश्वसनीय आज्ञाकारी लोगों की आवश्यकता है जो उनके उद्देश्यों की पूर्ति के लिये कार्य करें ! शेष सभी लोगों को यह धरती छोड़ कर जाना होगा !

 इसके लिये समय-समय पर पूरी दुनिया में घातक विषाणु छोड़े जायेंगे ! जिन से बचने की दवा विश्व सत्ता के नियंत्रण में होगी ! जो व्यक्ति विश्व सत्ता के अनुरूप नहीं होगा ! उसे वह दवा उपलब्ध नहीं करवाई जायेगी !

 आज विश्व के कई देशों में विश्व सत्ता की योजना अपने तीसरे चरण से गुजर रही है ! वर्ष 2050 तक विश्व सत्ता अपना तीसरा चरण पूरा करने के उपरांत चौथे चरण में प्रवेश करेगी ! फिर इसके बाद पूरी दुनिया बदल जायेगी ! न तो कोई देश होगा, न ही कोई संविधान होगा और न ही किसी देश की कोई सत्ता होगी !

पूरी दुनिया में एक ही धर्म होगा, एक ही कानून होगा, एक ही मुद्रा होगी और एक ही सत्ता होगी ! जिस को नियंत्रित करने के लिये पूरे विश्व की एक ही सरकार होगी ! जो आधुनिक तकनीक के माध्यम से विश्व के हर कोने में अपने हर नागरिक को नियंत्रित करेगी ! जो नियंत्रण में नहीं आयेगा उसे ख़त्म कर दिया जायेगा ! यही है इस पृथ्वी पर मनुष्य का भविष्य !!

योगेश कुमार मिश्र 
संस्थापक 
सनातन ज्ञान पीठ 
ज्योतिष एवं आध्यात्मिक शोध संस्थान 
कुण्डली परामर्श हेतु सम्पर्क कीजिये 
मोबाईल : 9453092553

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www.sanatangyanpeeth.in

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