The conspiracy behind the mysterious murder of Rajiv Dixit.
भिलाई में भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिससे ३० नवम्बर २०१० को वे देहत्याग गए...उस दिन जैसे ही मैंने समाचार सुना मेरी आँखे नम हो गई ..और मै यकीन के साथ कह सकता हूँ देश में मेरे जैसे असंख्य लोगो के आँख में आंसू आये होंगे उनकी मृत्यु का कारण दिल का दौरा बताया जा रहा है, जो सत्य नहीं लगता क्योंकि उनका एक व्याख्यान तो इस पर था कि बिना डॉक्टर और बिना दवा के स्वस्थ कैसे रहें. यह बड़ी साजिश लग रही है. क्योंकि उनके व्याख्यान लोगों को स्वदेशी बना रहे थे जो विदेशी कंपनियों और देशद्रोही कांग्रेसियो को सहन नहीं हो रहा था....
मुझे पता है यह अत्यंत गंभीर मामला है इसे हत्या कहने के मुख्या कारण यह है
१) मृत्यु के बाद राजीव जी के होट गहरे नीले और शरीर हल्का नीला पड़ना
२) भांड नपुंसक देशद्रोही मीडिया का मौन व्रत धारण करना एक दो चैनेलों के आलावा कोई भी मुख्य चैनेल ने राजीव जी की मृत्यु का समाचार प्रसारित नहीं किया ..आज भी यह सोंच कर मेरा खून खौलता है .
मुझे पता है यह अत्यंत गंभीर मामला है इसे हत्या कहने के मुख्या कारण यह है
१) मृत्यु के बाद राजीव जी के होट गहरे नीले और शरीर हल्का नीला पड़ना
२) भांड नपुंसक देशद्रोही मीडिया का मौन व्रत धारण करना एक दो चैनेलों के आलावा कोई भी मुख्य चैनेल ने राजीव जी की मृत्यु का समाचार प्रसारित नहीं किया ..आज भी यह सोंच कर मेरा खून खौलता है .
३) राजीव दीक्षित जी का पोस्ट मार्टम नहीं करना
४) और खासकर रामदेव बाबाजी का मौन धारण ..इस पर एक विशेष टिपण्णी देना चाहूँगा ..इसे अन्यथा न ले यह एक संयोग भी हो सकता है ..बाबा रामदेव जी के साथ जिनका भी घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है वे रहस्यमयी तरीके से या तो गायब हो गए या मर गए १) रामदेवजी के गुरु बाबा शंकरदेव रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए और अभी तक उनका पता नहीं चल रहा है वे इतने घनिष्ठ थे की दोनों एक ही रूम में रहते थे २) राजीव दीक्षित जी ३)आस्था चेनल के चेयरमैन किरीट मेहता....जो बहुत दिन गायब हो कर विदेशो में प्रकट हुए.
४) और खासकर रामदेव बाबाजी का मौन धारण ..इस पर एक विशेष टिपण्णी देना चाहूँगा ..इसे अन्यथा न ले यह एक संयोग भी हो सकता है ..बाबा रामदेव जी के साथ जिनका भी घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है वे रहस्यमयी तरीके से या तो गायब हो गए या मर गए १) रामदेवजी के गुरु बाबा शंकरदेव रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए और अभी तक उनका पता नहीं चल रहा है वे इतने घनिष्ठ थे की दोनों एक ही रूम में रहते थे २) राजीव दीक्षित जी ३)आस्था चेनल के चेयरमैन किरीट मेहता....जो बहुत दिन गायब हो कर विदेशो में प्रकट हुए.
और अब सबसे बड़ा सवाल यह है यदि राजीव जी की हत्या हुई है तो वह कौनसा जहर था ?
इस पर सोंचने पर मुझे लाल बहादुर शास्त्री जी की हत्या याद आती है दोनों की मृत्यु के लक्षण बहुत मिलते जुलते है मै समझता हूँ की राजीव जी की हत्या के लिए 'डिजिटेलिस" (DIGITALIS PURPURA (FOXGLOVE) PLANT EXTRACT) नामक एक स्वादहीन गंधहीन धीमे विष का प्रयोग हुआ है जिससे अति सूक्ष्म मात्र में खाने में मिलाकर देने से व्यक्ति की चौबीस घंटे के अंदर हृदयाघात से मृत्यु हो जाती है ..लालबहादुर शास्त्री जी को मैमूना बेगम (इंदिरा गन्दी का असली नाम) ने केजीबी (रशिया का खुफियातंत्र) के द्वारा यही जहर दिया था
एक और अत्याधुनिक और हाई फाई अस्त्र है जिसका प्रयोग किया जा सकता है हालांकि इसके प्रयोग की संभावना बहुत कम है पर इससे नकारा भी नहीं जा सकता ..और इसके लिए मुझे अंग्रेजी में ही लिखना होगा असुविधा के लिए खेद है ..
Welcome to the world of "DIRECTED ENERGY WEAPONS" (DEW) They are so hifi and sophisticated that they are only used for high profile assassinations by the CIA, NSA, and PENTAGON yet they can be easily made by a common man with basic electronic knowledge using a modified household kitchen electric machine ...
principle and working: we all know that MICRO WAVES are light rays which travel long distances without scattering in narrow confined beams, therefore, they are used in telecommunications for high-speed data transfer.
but only some people know that they also carry very high energy and hence they are also used in "microwave ovens" for cooking food in our houses .. (google homemade microwave gun)
DEWs use exactly the same principle and components of domestic microwave oven but in a portable form and using optical lens arrangement to focus and concentrate the 'microwaves' to extra powerful lethal beam ...such a beam can boil a glass bowl filled with water from 2-3 kilometers away
principle and working: we all know that MICRO WAVES are light rays which travel long distances without scattering in narrow confined beams, therefore, they are used in telecommunications for high-speed data transfer.
but only some people know that they also carry very high energy and hence they are also used in "microwave ovens" for cooking food in our houses .. (google homemade microwave gun)
DEWs use exactly the same principle and components of domestic microwave oven but in a portable form and using optical lens arrangement to focus and concentrate the 'microwaves' to extra powerful lethal beam ...such a beam can boil a glass bowl filled with water from 2-3 kilometers away
firing "invisible bullets" of pulses of microwave radiation beam on to the victims vital organs like heart, liver, brain for few minutes can kill the victim after few hours because of irreversible heat damage ..the heart can literally be fried with it.
the idea of DEWs is not new ..it was first used by the Russians in Moscow in late seventy's and eighty's on the American embassy ..it is still used in Russia for high profile political assassinations ..in fact the Americans are so terrified by the DEWs that some groups and cults use "tin foil hats" nowadays as tin foil blocks microwaves
ये एक उद्धरण है सी.आई.ए के हार्ट अटैक गन का जो अदृश्य किरणों द्वारा हार्ट अटैक उत्पन्न करता है! शायद राजीव दीक्षित जी पर इसी तरह के DEW गन का उपयोग किया गया है!
I think this is the right time to reopen the Rajiv Dixit case and explore it under suspicious murder case based on the above possibilities जय श्री राम !! ...
the idea of DEWs is not new ..it was first used by the Russians in Moscow in late seventy's and eighty's on the American embassy ..it is still used in Russia for high profile political assassinations ..in fact the Americans are so terrified by the DEWs that some groups and cults use "tin foil hats" nowadays as tin foil blocks microwaves
ये एक उद्धरण है सी.आई.ए के हार्ट अटैक गन का जो अदृश्य किरणों द्वारा हार्ट अटैक उत्पन्न करता है! शायद राजीव दीक्षित जी पर इसी तरह के DEW गन का उपयोग किया गया है!
I think this is the right time to reopen the Rajiv Dixit case and explore it under suspicious murder case based on the above possibilities जय श्री राम !! ...
No comments:
Post a Comment