11वीं सदी में #गज़नी से आया लुटेरा #महमूद_गज़नवी ने सोमनाथ_मंदिर को बार-बार लूटा । आज वही #सोमनाथ मंदिर पूरी भव्यता, पूरे स्वाभिमान से चमक रहा है, जबकि गज़नी(अफगानिस्तान) भारत के ही भीख में भेजे गेंहू पर पल रहा है ।
औरंगजेब की मजार में दिये जलाने के लिए तेल की भीख मांगनी पड़ती है जबकि गुरु_गोविंद_सिंह_जी के नाम पर सैकड़ों लंगर चलते हैं जिसमें हजारों लोग मुफ्त में प्रसाद पाते हैं ।
कहने का मतलब "अत्याचारी कभी सुखी, संपन्न नहीं रहता" ।
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