1)अनींद्रा रोग होनेपर ब्राम्ही का 3 ग्राम चूर्ण देसी गाय के दूध के साथ सेवन करने से आराम मिलता है I
2) 1 कटोरी में देसी गाय का दूध, जई का आटा और नारीयल का दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरेपर लगायें 10 मिनीट बाद चेहरा धो ले त्वचा चीकनी हो जाएगी I
3) देसी गाय का घी और गुळ समभाग सेवन करने से शरीर में के आतडी साफ रहेते है I
4) शक्कर मिला हुआ दही सेवन करने से रक्तदोष का नाश होता है I
5) देसी गाय के गोमूत्र अर्क में शक्कर एवं खडीशक्कर मिलाकर सेवन करने से आँखो की जलजल, मलावरोध और अरुची में आराम मिलता है I
6) लींबू के रस में थोडी अदरक और काला नकम मिलाकर सेवन करने से अजीर्ण, अपचन, आमवात इनमें आराम मिलता है I
7) पेट में गॅस होनेपर मूली के रस में लिंबू का रस मिलाकर खाने के बाद पियें आराम मिलेगा I
8) आँवले का पावडर साधे पाणी में मिलाकर सेवन करने से आम्लपित्त में आराम मिलता है I
9) करेले के रस में सैंधव नमक डालकर पिनेसे उलटी में आराम मिलता है I
10) सबेरे – शाम को खाना खाने के बाद 1-1 लवंग चबाने से ऑसीडीटी में आराम मिलता है I
2) 1 कटोरी में देसी गाय का दूध, जई का आटा और नारीयल का दूध मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरेपर लगायें 10 मिनीट बाद चेहरा धो ले त्वचा चीकनी हो जाएगी I
3) देसी गाय का घी और गुळ समभाग सेवन करने से शरीर में के आतडी साफ रहेते है I
4) शक्कर मिला हुआ दही सेवन करने से रक्तदोष का नाश होता है I
5) देसी गाय के गोमूत्र अर्क में शक्कर एवं खडीशक्कर मिलाकर सेवन करने से आँखो की जलजल, मलावरोध और अरुची में आराम मिलता है I
6) लींबू के रस में थोडी अदरक और काला नकम मिलाकर सेवन करने से अजीर्ण, अपचन, आमवात इनमें आराम मिलता है I
7) पेट में गॅस होनेपर मूली के रस में लिंबू का रस मिलाकर खाने के बाद पियें आराम मिलेगा I
8) आँवले का पावडर साधे पाणी में मिलाकर सेवन करने से आम्लपित्त में आराम मिलता है I
9) करेले के रस में सैंधव नमक डालकर पिनेसे उलटी में आराम मिलता है I
10) सबेरे – शाम को खाना खाने के बाद 1-1 लवंग चबाने से ऑसीडीटी में आराम मिलता है I
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