• कोलेस्ट्रॉल : विश्व का सबसे बड़ा मेडिकल घोटाला -
कृपया आप अपने परिवार को स्वस्थ रखने के लिए कोलेस्ट्राल नियंत्रण से सम्बंधित मेरे इस लेख को ध्यान से पढ़ें तथा सम्पूर्ण मानव समाज के भले के लिए इसका अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें.
कोलेस्ट्रॉल का नाम सुनते ही अधिकाँश लोगो की हृदय गति बढ़ जाती है।
सभी डॉक्टर, वैद्य, मीडिया, प्रचार माध्यम आदि आपको आजतक समझाते आये हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढऩे का सीधा मतलब है हृदय रोग होना; या जीवन पर खतरा होना.
कोलेस्ट्रॉल एक मुलायम चिपचिपा पदार्थ होता है जो रक्त शिराओं एवं कोशिकाओं में पाया जाता है।
सच्चाई यह है कि तंत्रिका कोशिकाओं के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए कोलेस्ट्राल हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है।
एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन, और corticosteroids सहित सभी स्टेरॉयड हार्मोन के निर्माण के लिए भी कोलेस्ट्रॉल ही मुख्य पदार्थ है।
अतः हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की उपस्थिति बहुत जरुरी है.
तथा यह हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
इसलिए शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल का होना हमारे लीवर के तंदुरुस्त होने की निशानी है.
हमारे शरीर की जरुरत हेतु 80 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल का निर्माण लीवर करता है और बाकी मात्र 20 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल हम भोजन से प्राप्त होता है।
फिर भी यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि WHO तथा अमेरिकन स्वास्थ्य अधिकारियों ने 1970 के दशक के बाद से कोलेस्ट्राल के हृदय रोग और धमनियों में जमा होने से बचने के लिए उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पादों और अच्छी वसा वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहने के लिए चेतावनी दी और इस तरह से कई तरह के पोषक तत्वों को खतरनाक खाद्य पदार्थ की सूची में डाल दिया था.
अब अमेरिकी सरकार ने कोलेस्ट्रॉल को आधिकारिक तौर पर या खतरनाक खाद्य पदार्थ की सूची से हटा दिया है.
इस तरह से अमेरिकी सरकार ने कोलेस्ट्राल को किसी भी द्रष्टि से खतरनाक नहीं मानकर अपनी चालीस साल पुरानी चेतावनी पर यू-टर्न ले लिया है.
अमेरिका हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ स्टीवन Nissen ने कहा है कि
"यह कोलेस्ट्राल पर अभी दिया गया निर्देश वास्तव में दशकों चल रहे गलत फैसले को अंततः सही किया जाना है."
उन्होंने कहा कि हमारे रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में 20 प्रतिशत ही हमारे भोजन से मिलता है, बाकी सभी कोलेस्ट्राल तो हमारे खुद के लीवर द्वारा ही बनाया जाता है.
इस तरह से तो हम सभी पागल हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए अपना बहुत ज्यादा पैसा और समय लगा रहे थे।
डॉ जार्ज वी मान एमडी एसोसिएट डायरेक्टर का कहना है कि -
संतृप्त आहार, वसा और ज्यादा कोलेस्ट्रॉल कोरोनरी ब्लाकिंग या हृदय रोग का कारण नहीं है. यह एक मिथक या भ्रान्ति या विश्व की सबसे बड़ी धोखे बाजी है।
अतः किसी भी रूप में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का कारण नहीं है.
पिछले 40 वर्षों से अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं की बिक्री से अमेरिकी औषध उद्योग को 1.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की कमाई या रू 100000000000000/- (रू. दस लाख करोड़) से ज्यादा की कमाई हुई है. पूरे विश्व में डॉक्टरों, जांच एजेंसियों, हॉस्पिटल आदि को तो आजतक इससे सैकड़ों गुना ज्यादा फायदा हुआ होगा.
परिणामस्वरुप अकेले अमेरिका में दस लाख से ज्यादा नागरिकों की मौत का कारण भी कोलेस्ट्राल कम करने की दवाइयां बनी.
अतः कोलेस्ट्राल नियंत्रण के नाम पर पिछले 40 साल से किया जा रहा यह एक खतरनाक षड्यंत्र है, जिससे अब आपको खुद को और अपने परिवार को बचाना ही है.
कोलेस्ट्राल नियंत्रण के नाम पर की जा रही मेडिकल धोखाधड़ी की सच्चाई इस तरह की है –
1. दिल के दौरे के अधिकाँश मरीजों में सामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर मिला है।
2. खराब कोलेस्ट्रॉल सरीखी कोई बात नहीं होती है.
3. कोलेस्ट्राल दिल का दौरा पड़ने का कारण नहीं है.
4. एलडीएल या एचडीएल की तरह कोई भी कोलेस्ट्राल ख़राब नहीं होता है.
5. कोलेस्ट्रॉल का स्तर हमारे शरीर में अधिक होने से हमे पता चलता है कि हमारा लीवर सही काम कर रहा है.
6. विचार करें कि कोलेस्ट्रॉल अगर कही भी जमता होता है, तो हमारे मानव शरीर में फ़ैली खून की असंख्य नलियों में किसी और जगह पर क्यों नहीं जमता है?
7. यहाँ तक कि कोलेस्ट्राल हमाऋ किडनी, पेन्क्रियाज, मूत्राशय, पित्ताशय तथा मस्तिष्क की बाल से भी बारीक नसों में भी नहीं जमता है,
8. तो फिर ऐसा कैसे और क्यों हो सकता है कि कोलेस्ट्रॉल दिल को जाने वाली महा धमनियों में जम कर उन्हें ब्लॉक करे?
9. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का प्रयास हर अस्पताल और मेडिकल क्लिनिक में होता है, यह एक बहुत, बहुत खतरनाक प्रवृत्ति है।
10. कोलेस्ट्राल नियंत्रण की सभी दवाइयां लोगों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए नहीं बनायी गयी हैं. इनसे हमारे ह्रदय को गंभीर नुक्सान होता है.
11. दवा कम्पनियों के अत्यधिक लाभ के लिए कोलेस्ट्राल की इस सच्चाई को त्याग दिया है।
12. हमारे शरीर के दैनिक चयापचय के लिए कोलेस्ट्रॉल के 950 मिलीग्राम की जरूरत है
13. हमारा लीवर ही कोलेस्ट्राल का मुख्य उत्पादक है।
14. कोलेस्ट्रॉल का केवल 20% भाग हम खाना खाने के द्वारा प्राप्त कर रहे हैं.
15. अगर वसा या कोलेस्ट्राल की मात्रा हमारे भोजन में कम है, तो इसका मतलब यह है कि हम अपने शरीर में कोलेस्ट्राल के 950 मिलीग्राम के स्तर को बनाए रखने के लिए अपने लीवर की ओवरलोडिंग कर उसे कमजोर रहे हैं,
16. कोलेस्ट्राल नियंत्रण की Statin दवायें वास्तव में हृदय रोग बढ़ाती हैं.
17. कोलेस्ट्राल नियंत्रण के नाम पर ली जा रही सभी दवाइयों से भी हम अपने लीवर की ओवरलोडिंग कर उसे कमजोर ही करते हैं.
18. परिणामस्वरुप कोलेस्ट्राल नियंत्रण के नाम पर ह्रदय रोग के अधिकाँश मरीज लीवर फेल होने से ही मरते हैं.
19. फिर भी खून की मुख्य धमनियों में कोलेस्ट्राल जमने का मुख्य कारण अनियमित दिनचर्या, दूषित खानपान, टेंशन, एक्सरसाइज का अभाव आदि है. अतः खुश रहें और संयमित जीवन व्यतीत करें.
20. अतः कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के नाम पर किये जा रहे सभी उपचारों को हम विश्व इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा मेडिकल घोटाला कह सकते हैं.
21. अब आप अपने कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण को करने की कोशिश बंद कर सकते हैं.
• कायाकल्प करें, स्वस्थ रहें, स्वस्थ करें -
आज की इस भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में आपके पास अपने खुद के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने का भी समय नहीं रहता है.
लेकिन जब इस लापरवाही की आपको बहुत बड़ी सजा बीमारी के रूप में मिलती है, तब तक बहुत देर हो जाती है.
लगभग रोज ही मेरे स्वास्थ्य सम्बन्धी लेख आते हैं और बहुत से लोग रोज ही मुझ से अपनी बीमारी का उपचार लेते रहते हैं और मेरे से मोबाइल पर भी डिटेल में अपनी बीमारी के बारे में बताते हैं, ताकि मैं उचित निदान कर दवाई दे सकूँ.
फिर भी अक्सर मुझे उन्हें बताना पड़ता है कि किसी भी बीमारी के पूर्ण रूप से ख़त्म होने के लिए सिर्फ दवाई से ही काम नहीं चलता है और उन्हें हमेशा स्वस्थ रहने के लिए उन बताई गयी होम्योपैथी की दवाइयों के साथ ही नियमित रूप से अपने पूरे परिवार व बच्चों के साथ मेरे बताये अनुसार कायाकल्प कर अपने शरीर की ओवरहालिंग और रिचार्जिंग भी करते रहना चाहिए.
इसलिए आप सभी से भी मैं पुनः निवेदन करता हूँ कि आप भी सिर्फ दस मिनिट का समय अपने स्वास्थ्य को दें और पूरे परिवार व बच्चों के साथ अपने शरीर की नियमित रूप से ओवरहालिंग और रिचार्जिंग हमेशा करते रहें और खान-पान और एक्सरसाइज भी मेरे बताये अनुसार करते रहे, ताकि आप और आपके परिवार को कभी भी कैंसर, डायबटीज, ह्रदय रोग, लिवर रोग, किडनी फेल्यर, टी.बी., फेफड़े के रोग, डिप्रेशन, चर्म रोग आदि किसी भी तरह की गंभीर बीमारी नहीं होगी.
* काउंसलिंग -
किसी भी तरह की बीमारी, परेशानी, लाचारी, कठिनाई की काउंसलिंग तथा उचित समाधान हेतु कृपया आप उम्र, शिक्षा, बचपन से आज तक की बीमारी या परेशानी की हिस्ट्री, पसंद, नापसंद आदि जानकारी के साथ फेसबुक के muktiya के मेसेज बाक्स में लिखें या निम्न सूत्रों पर संपर्क करें
डॉ. स्वतंत्र जैन
अध्यक्ष : मुक्तियाँ विश्व शांति, सुख, सम्रद्धि ट्रस्ट
अध्यक्ष : अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ, इंदौर
मोब. : 07777870145
इमेल : drswatantrajain@gmail.com
वेब साईट : http://www.muktiya.com/
फेसबुक : https://www.facebook.com/drswatantrajain
No comments:
Post a Comment